आमतौर पर शारीरिक समस्याओं में मुख्य होते हैं, नापुंसकता, इरेक्टल डिस्फक्शन, कामेच्छा का अभाव, जिनकी वजह से कई बार वैवाहिक जीवन टूटने की कगार पर आ जाता है।
गौरतलब है कि आहार मे दूध का प्रयोग, उडद का प्रयोग, नये देसी घी का सेवन, नये अन्नॊ का सेवन, साठी चावल दूध के साथ सेवन, सूखे मेवे, खजूर , मुन्नका, सिंघडा, मधु, मक्खन, मिश्रि, आदि आहार वीर्य वर्धक होते है। जबकि इन समस्याओं से निजात पाने के लिए घरेलू और अनेकों आयुर्वेदिक उपाय हैं। आयुर्वेद में ऐसी अनेक प्रकार की जड़ी-बूटियों का उल्लेख है, जिनके सेवन से आप शारीरिक समस्याओं से निजात पा सकते हैं।
आयुर्वेदिक उपचार:
- प्रतिदिन दूध के साथ शतावरी का सेवन करें।
- दूध को बहुत उबाल कर ही पीएं।
- केले और संतरे का नियमित सेवन करें।
- घी, मख्खन, हरी सब्जियां, फल और बादाम का रोजाना सेवन करें। इससे प्राटीन मिलता है और शुक्राणुओं में वृद्धि होती है।
- प्रतिदिन एक ग्लास गाजर का जूस पिएं या फिर प्रतिदिन चार-पांच गाजर खाएं।
- मूंगफली के दाने और सूखा नारियल खाना भी लाभदायक है।
- सिर्फ दूध पीना शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। दूध के पाचन के लिए जरूरी हे कि उसमें थोड़ी सी शक्कर भी मिलाई जाएं।
- शरीर में विटामिन मात्रा बनाए रखने के लिए पालक, फूल गोफी, गाजर जैसी हरी-सब्जियों का सेवन करना बहुत आवश्यक है।
- शरीरिक कमजोरी के मामले में एक बात का विशेष ध्यान रखें कि शराब-सिगरेट का सेवन बिलकुल न करें।
- चिकित्सीय सलाह पर अश्वगंधारिष्ट का सेवन भी कर सकते हैं।
- शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सिर्फ आहार ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि पाचन क्रिया भी सही होनी चाहिए।
- इसके लिए नियमित एक्सरसाइज भी बहुत जरूरी है। नियमित एक्सरसाइज तनाव से मुक्ति व सेक्स लाइफ का खास टॉनिक है।
नोट: हर एक व्यक्ति की शारीरिक बनावट और क्षमताएं अलग-अलग होती है। इसीलिए किसी भी प्रकार की औषिधि या अन्य खाद्य पदार्थो का सेवन चिकित्सीय सलाह पर ही करें।
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