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Monday, 10 October 2016

पत्ता गोभी है खतरनाक, लेकिन कुछ फायदे भी हैं इसके

पत्ता गोभी अन्य सब्जियों की तरह न्यूट्रिशन और प्रोटीन से भरपूर होती है। पत्ता गोभी में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो डाइटिंग करने वालों के लिए फायदेमंद है। आज हम आपको पत्ता गोभी में मौजूद गुणों के बारे में बता रहे हैं। 

पत्ता गोभी में पाए जाने वाला कीड़ा: पत्ता गोभी की खासियत के साथ-साथ हम आपको पत्ता गोभी से जुड़े एक सच के बारे में भी बता रहे हैं। पत्ता गोभी में टेव वर्म (कीड़ा) होता है जो खाने पर दिमाग में पहुंच जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार, बंदगोभी और पत्ता गोभी में कीड़ा इतना पतला और छोटा होता
है कि देखा नहीं जा सकता। गोभी के कीड़े की रेजिस्टेंस पावर ज्यादा होती है। ये पेट में पाए जाने वाले एसिड व एंजाइम से भी नहीं मरता। अगर तापमान पानी के उबाल जितना भी हो जाए, तो भी यह जिंदा रहता है। ये दिमाग पर ही वार करता है। जैसे ही ये दिमाग पर अपना असर डालता है, रोगी को दौरे पड़ने लग जाते हैं। ऑपरेशन में देरी और गड़बड़ी से पूरे शरीर को लकवा मार सकता है।


इन सब कमियों के बावजूद पत्ता गोभी के काफी लाभ भी हैं। आइए जानते हैं:
  • पत्ता गोभी में बहुत कम मात्रा में कैलोरी पाई जाती है। एक कटोरी पत्ता गोभी में मात्र 33 कैलोरी पाई जाती हैं। इसमें फाइबर बहुत होता है। डायटिंग कर रहे लोगों के लिए यह बहुत ही अच्छी होती है।
  • इसमें विटामिन-के की भरपूर मात्रा पाई जाती है। इससे दिमाग को सही तरीके से काम करने की ताकत मिलती है। इससे नर्व डैमेज का खतरा भी कम होता है।
  • पत्ता गोभी में पाए जाने वाले सल्फर से त्वचा को सेहतमंद बनाया जा सकता है। इससे तैलीय त्वचा को ठीक किया जा सकता है। इसके फेस मास्क से चेहरा दमकने लगता है।
  • इसमें पाए जाने वाले विटामिन सी की मदद से शरीर को डिटॉक्सिफाई किया जा सकता है। इससे एलर्जी की समस्या भी कम होती है।
  • इसमें पाए जाने वाले पोटेशियम से ब्लड वेसल्स को फैलने में मदद मिलती है। इससे ब्लड प्रेशर की समस्या नहीं होती। हाई ब्लड प्रेशर वालों को ज्यादा फायदा होता है। 

पत्ता गोभी के औषधीय उपयोग:
  1. पायरिया (दांतों के मसूढ़ों से पीव का आना): पत्ता गोभी के कच्चे पत्ते 50 ग्राम रोजाना खाने से पायरिया व दांतों के अन्य रोगों में लाभ होता है। बंदगोभी का रस निकालकर पिएं तथा इसके मध्य भाग को सलाद बनाकर खाने से पायरिया तथा दांतों के अन्य रोग ठीक होते हैं। 
  2. घाव या चोट लगने पर: पत्ता गोभी के रस का सेवन करने से घाव ठीक होते हैं। पत्ता गोभी के आधे गिलास रस में पानी मिलाकर पीना चाहिए। इसके अलावा, घाव पर पत्ता गोभी के रस की पट्टी बांधने से आराम मिलता है। 
  3. बालों का गिरना: पत्ता गोभी के 50 ग्राम पत्ते को रोजाना 1 महीने तक खाने से झड़े हुए बाल फिर से उग आते हैं। 
  4. गैस्ट्रिक अल्सर: पत्ता गोभी के रस को पीने और गोभी के बीच वाले भाग को कच्चा सलाद के रूप में खाने से गैस्ट्रिक अल्सर और पेप्टिक अल्सर में लाभ होता है। 
  5. कैंसर जैसे रोग होने पर: सुबह खाली पेट पत्ता गोभी का कम से कम आधा कप रस रोजाना पीने से कैंसर की पहली स्टेज में काफी फायदा होता है। पत्ता गोभी में कैंसर को रोकने की अपार क्षमता है। चिकित्सकों का कहना है कि पत्तागोभी में एक ऐसा रसायन होता है, जिसमें स्तन कैंसर पैदा करने वाले तत्वों की मात्रा घटाने की क्षमता होती है। 
  6. कोलाइटिस (वृहद आंत्रिक प्रदाह): एक गिलास छाछ में चौथाई कप पालक का रस, 1 कप पत्ता गोभी का रस मिलाकर रोजाना दिन में 2 बार पीने से कोलाइटिस ठीक हो जाती है। 
  7. आमाशय का जख्म: पत्ता गोभी  का रस 1-1 कप दिन में 3 बार लगातार 14 दिनों तक पीने से आमाशय के रोगों में लाभ होता है। पत्ता गोभी को कच्चा खाने से भी आराम मिलता है। 
  8. पेप्टिक अल्सर: एक एक कप पत्ता गोभी का रस 3 बार रोजाना पीने से अल्सर का रोग ठीक हो जाता है। पत्ता गोभी का ताजा रस कम से कम 2 सप्ताह तक पीने से बहुत लाभ होता है। 
  9. नींद की कमी, पथरी और मूत्राशय में दिक्कत होने पर: पत्ता गोभी की सब्जी को घी से छौंककर खाने से अच्छी नींद आती है। इससे पथरी और पेशाब की रुकावट में भी लाभ मिलता है। 
  10. जोड़ों का दर्द: पत्ता गोभी के रस का सेवन करने से पेट के घावों के अलावा जोड़ों के दर्द, दांतों के रोग, खून की खराबी,  पीलिया, मस्तिष्क की कमजोरी और शरीर का मोटापा आदि रोगों में लाभ मिलता है। 
  11. कब्ज़ होने पर: पत्ता गोभी के कच्चे पत्ते रोजाना खाने से पुराना कब्ज दूर हो जाता है। शरीर में मौजूद गंदे पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। साथ ही, आंतों की कमजोरी के साथ गैस की शिकायत भी दूर होती है। 
  12. पत्ता गोभी खाएं, स्लिम हो जाएं: पत्ता गोभी के हरे पत्ते में बेशुमार गुण होते हैं। पत्ता गोभी को नियमित खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है। हाल ही में हुए अध्ययनों से पता चला है कि पत्ता गोभी वजन घटाने में काफी लाभदायक साबित हुई है।
  13. इसके अलावा, पत्ता गोभी में विटामिन बी-1, बी-2, बी-3, बी-6 और बी-9 पाया जाता है। इसमें आयरन और कैल्शियम भी भरपूर मात्रा में रहता है। साथ ही, यह पोटेशियम, जिंक, ग्लूटामाइन और मैग्नीशियम का भी बेहतर स्रोत है।
  14. आहार विशेषज्ञों के अनुसार, पत्ता गोभी में काफी मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है। यह रेशेदार तत्वों से भरपूर है। यही नहीं, इसमें कुछ ऐसे तत्व होते हैं, जो शारीरिक विकास में मददगार होते हैं और बुद्धि को तेज करने में सहायक होते हैं। पत्ता गोभी में सेल्युलोस नामक तत्व होता है, जो हमें स्वस्थ रखने में सहायक है। यह तत्व शरीर से कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को दूर करता है। इसे मधुमेह के रोगियों के लिए विशेष लाभकारी माना जाता है। यह खांसी, पित्त व रक्त विकार में भी लाभकारी है।
  15. जर्मन पद्धति के अनुसार, पत्ता गोभी को काटकर उसमें नमक लगाकर उसे खट्टा होने के लिए रख दिया जाता है। इस विधि से तैयार पत्ता गोभी को 'सोर क्राउट' के नाम से जाना जाता है। 'सोर क्राउट' में प्रचुर मात्रा में विटामिन पाए जाते हैं। हृदय रोगों को दूर करने के लिए सोर क्राउट का प्रयोग काफी लाभदायक है।  
  16. पेट व आंखों के अल्सर, उदर वायु, अमाशय या लिवर के रोगियों के लिए यह वरदान साबित हो सकता है। भूख बढ़ाने के लिए इसका प्रयोग किसी टॉनिक से कम नहीं है। 

पत्तागोभी (Cabbages)- सुपर फ़ूड और जटिल रोगो का समाधान

पत्तागोभी देखने में जितनी साधारण हैं उतनी ही गुणों में अमृत के समान हैं, अनेक कष्ट साध्य रोग जैसे कैंसर, कोलाइटिस, हार्ट, मोटापा, अलसर, ब्लड क्लॉटिंग रक्त के थक्के जमने में, उच्च रक्तचाप, नींद की कमी, पथरी, मूत्र की रुकावट में पत्तागोभी बहुत लाभकारी हैं। इसकी सब्जी घी से छौंककर बनानी चाहिए। पत्तागोभी को करमकल्ला के नाम से भी पुकारा जाता हैं। इसका रस, सलाद और सब्जी सभी गुणकारी हैं। आइये जाने इसके प्रयोग और उपयोग की विधि।

कैंसर में पत्तागोभी का प्रयोग ।
प्रात: खाली पेट सब से पहले कम से कम आधा कप पत्तागोभी का रस नित्य पियें। इससे आरंभिक अवस्था में कैंसर, बड़ी आंत का प्रदाह ठीक हो जाता हैं। यदि कैंसर पुराना हो और बड़ी स्टेज पर हो तो दिन में 3-४ बार पत्तागोभी का एक एक कप रस देना चाहिए। अनेक शोधो में सिर्फ पत्तागोभी के रस से असाध्य कैंसर को सही करने की बात कही गयी हैं। इसलिए कैंसर के मरीजों को ये ज़रूर पीना चाहिए।

कोलाइटिस Colitis (वृहद आंतरिक प्रदाह) में पत्तागोभी का प्रयोग
आज का विज्ञान जहाँ कोलाइटिस को सही करने में असमर्थ हैं वही पत्तागोभी इसको सही करने में बहुत महत्वपूर्ण हैं। इस रोग में आंतो में सूजन आ जाती हैं। बार बार शौच जाना पड़ता हैं, मल के साथ तीव्र बदबू आती हैं और मल करते समय बहुत कष्ट होता हैं, मानो जान ही निकल जाए। इस रोग में एक गिलास छाछ में चौथाई पालक का रस, एक कप पत्तागोभी का रस मिलाकर नित्य दिन में दो बार सुबह और दोपहर में पियें। कुछ ही दिनों में कोलाइटिस ठीक हो जाती हैं।

कोलाइटिस Colitis के लिए अन्य प्रयोग।
दो दिन उपवास रखे। उपवास में केवल छाछ ही पियें। तीसरे दिन खाली पेट एक गिलास पानी, तीन चम्मच शहद डालकर इसमें आधा निम्बू निचोड़े और पियें। नाश्ते में एक कप गाजर का रस, भोजन में दही, एक कप गाजर का रस, चौथाई कप पालक का रस, और एक कप पत्तागोभी का रस मिलाकर पियें। शाम को भोजन में पपीता खाएं। ये प्रयोग उपवास के बाद जितने रोज़ हो सके करना चाहिए। एक सप्ताह में पूर्ण आराम मिल सकता हैं।

हृदय रोगो में पत्तागोभी का प्रयोग ।
एक कप पत्तागोभी के रस में दो चम्मच शहद मिलाकर नित्य दो बार पीने से सीढियाँ चढ़ते समय दम फूलना, धड़कन तेज़ होना, हृदय की दुर्बलता आदि ठीक हो जाती हैं। रोगी को यह 2-३ महीने तक निरंतर करना चाहिए। अगर रक्त के थक्के भी जम गए हैं तो इसका निरंतर नित्य प्रयोग बहुत लाभ देता हैं।

मोटापे में पत्तागोभी का प्रयोग।
मोटे व्यक्तियों को पत्तागोभी का रस एक कप रस में आधा कप पानी मिलाकर पीना चाहिए। दिन में दो बार पीना चाहिए। इसे पीने से मोटापा कम होता हैं।

पायोरिया में पत्तागोभी का प्रयोग ।
पत्तागोभी के कच्चे पत्ते 50 ग्राम नित्य खाने से पायोरिया व् दांतो के अन्य रोगो में लाभ होता हैं।

बाल गिरना – गंज में पत्तागोभी का प्रयोग।
पत्तागोभी के 50 ग्राम पत्ते खाने से गिरे हुए बाल उग आते हैं। बाल गिरते हो, गंज हो गयी हो तो पत्तागोभी के रस से बालो को तर करके मले और 10 मिनट बाद सर धोएं। नित्य कुछ सप्ताह तक करने से लाभ होगा।

घाव (अलसर) में पत्तागोभी का प्रयोग।
पत्ता गोभी का रस आधा गिलास, आधा गिलास पानी मिला कर पीने से कैसे भी घाव सही होते हैं। घावों पर इसकी पट्टी भी की जा सकती हैं।

परिणाम शूल (पेप्टिक अलसर) में पत्तागोभी का प्रयोग।
पत्तागोभी का रस दिन में तीन कप सुबह दोपहर शाम में पियें। ध्यान रहे पत्तागोभी का ताज़ा रस ही काम करता हैं। कम से कम 2 से ३ सप्ताह तक पीना चाहिए। अवश्य लाभ होता हैं। इसके कच्चे पत्ते भी खा सकते हैं।

कब्ज में पत्तागोभी का प्रयोग।
पत्तागोभी के कच्चे पत्ते खाने से पुराना कब्ज़ दूर हो जाता हैं। यह शरीर में व्याप्त विजातीय पदार्थ, दोषपूर्ण पदार्थ बाहर निकल जाते हैं।