पत्ता गोभी अन्य सब्जियों की तरह न्यूट्रिशन और प्रोटीन से भरपूर
होती है। पत्ता गोभी में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो डाइटिंग करने
वालों के लिए फायदेमंद है। आज हम आपको पत्ता गोभी में मौजूद गुणों के बारे
में बता रहे हैं।
पत्ता गोभी में पाए जाने वाला कीड़ा: पत्ता गोभी की खासियत के साथ-साथ हम आपको पत्ता गोभी से जुड़े एक सच
के बारे में भी बता रहे हैं। पत्ता गोभी में टेव वर्म (कीड़ा) होता है जो
खाने पर दिमाग में पहुंच जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार, बंदगोभी और पत्ता
गोभी में कीड़ा इतना पतला और छोटा होता
है कि देखा नहीं जा सकता। गोभी के
कीड़े की रेजिस्टेंस पावर ज्यादा होती है। ये पेट में पाए जाने वाले एसिड व
एंजाइम से भी नहीं मरता। अगर तापमान पानी के उबाल जितना भी हो जाए, तो भी
यह जिंदा रहता है। ये दिमाग पर ही वार करता है। जैसे ही ये दिमाग पर अपना
असर डालता है, रोगी को दौरे पड़ने लग जाते हैं। ऑपरेशन में देरी और गड़बड़ी से
पूरे शरीर को लकवा मार सकता है।
इन सब कमियों के बावजूद पत्ता गोभी के काफी लाभ भी हैं। आइए जानते हैं:
- पत्ता गोभी में बहुत कम मात्रा में कैलोरी पाई जाती है। एक कटोरी पत्ता गोभी में मात्र 33 कैलोरी पाई जाती हैं। इसमें फाइबर बहुत होता है। डायटिंग कर रहे लोगों के लिए यह बहुत ही अच्छी होती है।
- इसमें विटामिन-के की भरपूर मात्रा पाई जाती है। इससे दिमाग को सही तरीके से काम करने की ताकत मिलती है। इससे नर्व डैमेज का खतरा भी कम होता है।
- पत्ता गोभी में पाए जाने वाले सल्फर से त्वचा को सेहतमंद बनाया जा सकता है। इससे तैलीय त्वचा को ठीक किया जा सकता है। इसके फेस मास्क से चेहरा दमकने लगता है।
- इसमें पाए जाने वाले विटामिन सी की मदद से शरीर को डिटॉक्सिफाई किया जा सकता है। इससे एलर्जी की समस्या भी कम होती है।
- इसमें पाए जाने वाले पोटेशियम से ब्लड वेसल्स को फैलने में मदद मिलती है। इससे ब्लड प्रेशर की समस्या नहीं होती। हाई ब्लड प्रेशर वालों को ज्यादा फायदा होता है।
पत्ता गोभी के औषधीय उपयोग:
- पायरिया (दांतों के मसूढ़ों से पीव का आना): पत्ता गोभी के कच्चे पत्ते 50 ग्राम रोजाना खाने से पायरिया व दांतों के अन्य रोगों में लाभ होता है। बंदगोभी का रस निकालकर पिएं तथा इसके मध्य भाग को सलाद बनाकर खाने से पायरिया तथा दांतों के अन्य रोग ठीक होते हैं।
- घाव या चोट लगने पर: पत्ता गोभी के रस का सेवन करने से घाव ठीक होते हैं। पत्ता गोभी के आधे गिलास रस में पानी मिलाकर पीना चाहिए। इसके अलावा, घाव पर पत्ता गोभी के रस की पट्टी बांधने से आराम मिलता है।
- बालों का गिरना: पत्ता गोभी के 50 ग्राम पत्ते को रोजाना 1 महीने तक खाने से झड़े हुए बाल फिर से उग आते हैं।
- गैस्ट्रिक अल्सर: पत्ता गोभी के रस को पीने और गोभी के बीच वाले भाग को कच्चा सलाद के रूप में खाने से गैस्ट्रिक अल्सर और पेप्टिक अल्सर में लाभ होता है।
- कैंसर जैसे रोग होने पर: सुबह खाली पेट पत्ता गोभी का कम से कम आधा कप रस रोजाना पीने से कैंसर की पहली स्टेज में काफी फायदा होता है। पत्ता गोभी में कैंसर को रोकने की अपार क्षमता है। चिकित्सकों का कहना है कि पत्तागोभी में एक ऐसा रसायन होता है, जिसमें स्तन कैंसर पैदा करने वाले तत्वों की मात्रा घटाने की क्षमता होती है।
- कोलाइटिस (वृहद आंत्रिक प्रदाह): एक गिलास छाछ में चौथाई कप पालक का रस, 1 कप पत्ता गोभी का रस मिलाकर रोजाना दिन में 2 बार पीने से कोलाइटिस ठीक हो जाती है।
- आमाशय का जख्म: पत्ता गोभी का रस 1-1 कप दिन में 3 बार लगातार 14 दिनों तक पीने से आमाशय के रोगों में लाभ होता है। पत्ता गोभी को कच्चा खाने से भी आराम मिलता है।
- पेप्टिक अल्सर: एक एक कप पत्ता गोभी का रस 3 बार रोजाना पीने से अल्सर का रोग ठीक हो जाता है। पत्ता गोभी का ताजा रस कम से कम 2 सप्ताह तक पीने से बहुत लाभ होता है।
- नींद की कमी, पथरी और मूत्राशय में दिक्कत होने पर: पत्ता गोभी की सब्जी को घी से छौंककर खाने से अच्छी नींद आती है। इससे पथरी और पेशाब की रुकावट में भी लाभ मिलता है।
- जोड़ों का दर्द: पत्ता गोभी के रस का सेवन करने से पेट के घावों के अलावा जोड़ों के दर्द, दांतों के रोग, खून की खराबी, पीलिया, मस्तिष्क की कमजोरी और शरीर का मोटापा आदि रोगों में लाभ मिलता है।
- कब्ज़ होने पर: पत्ता गोभी के कच्चे पत्ते रोजाना खाने से पुराना कब्ज दूर हो जाता है। शरीर में मौजूद गंदे पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। साथ ही, आंतों की कमजोरी के साथ गैस की शिकायत भी दूर होती है।
- पत्ता गोभी खाएं, स्लिम हो जाएं: पत्ता गोभी के हरे पत्ते में बेशुमार गुण होते हैं। पत्ता गोभी को नियमित खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है। हाल ही में हुए अध्ययनों से पता चला है कि पत्ता गोभी वजन घटाने में काफी लाभदायक साबित हुई है।
- इसके अलावा, पत्ता गोभी में विटामिन बी-1, बी-2, बी-3, बी-6 और बी-9 पाया जाता है। इसमें आयरन और कैल्शियम भी भरपूर मात्रा में रहता है। साथ ही, यह पोटेशियम, जिंक, ग्लूटामाइन और मैग्नीशियम का भी बेहतर स्रोत है।
- आहार विशेषज्ञों के अनुसार, पत्ता गोभी में काफी मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है। यह रेशेदार तत्वों से भरपूर है। यही नहीं, इसमें कुछ ऐसे तत्व होते हैं, जो शारीरिक विकास में मददगार होते हैं और बुद्धि को तेज करने में सहायक होते हैं। पत्ता गोभी में सेल्युलोस नामक तत्व होता है, जो हमें स्वस्थ रखने में सहायक है। यह तत्व शरीर से कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को दूर करता है। इसे मधुमेह के रोगियों के लिए विशेष लाभकारी माना जाता है। यह खांसी, पित्त व रक्त विकार में भी लाभकारी है।
- जर्मन पद्धति के अनुसार, पत्ता गोभी को काटकर उसमें नमक लगाकर उसे खट्टा होने के लिए रख दिया जाता है। इस विधि से तैयार पत्ता गोभी को 'सोर क्राउट' के नाम से जाना जाता है। 'सोर क्राउट' में प्रचुर मात्रा में विटामिन पाए जाते हैं। हृदय रोगों को दूर करने के लिए सोर क्राउट का प्रयोग काफी लाभदायक है।
- पेट व आंखों के अल्सर, उदर वायु, अमाशय या लिवर के रोगियों के लिए यह वरदान साबित हो सकता है। भूख बढ़ाने के लिए इसका प्रयोग किसी टॉनिक से कम नहीं है।