Thursday 23 April 2020

Home Remedies For Acidity: बेवजह और बिना सलाह की दवाओं से नहीं, इन 5 घरेलू उपायों से बोलें एसिडिटी को बाय-बाय

क्‍या आप भी अक्‍सर एसिडिटी की समस्‍या से परेशान रहते हैं? अगर हां, तो यहां एसिडिटी के लिए कुछ घरेलू उपाय बताए गये हैं।
एसिडिटी एक ऐसी समस्‍या है, जिससे आप में से कई लोग परेशान हो सकते हैं। कुछ लोगों में कुछ तला-भुना खा लेने से एसिडिटी हो जाती है, जो कुछ किसी अन्‍य कारणों से। हालांकि एसिडिटी एक आम समस्‍या है, लेकिन इसमें पेट में गंभीर दर्द, जलन, पेट फूलने और हिचकी आने जैसे लक्षण हो सकते हैं। अक्‍सर आप क्‍या करते हैं, जब आपको एसिडिटी होती है? दवा लेते हैं, लेकिन आप इसके बजाय कुछ प्राकृतिक तरीकों से एसिडिटी से छुटकारा पा सकते हैं। यह प्राकृतिक तरीके आपकी रसोई में ही छिपे हैं, जो न केवल आपको एसिडिटी या हार्ट बर्न से राहत दिलाएंगे, बल्कि आपके पेट के स्‍वास्‍थ्‍य को बढ़ावा भी देंगे। आइए यहां जानते हैं एसिडिटी के कुछ घरेलू उपाय। 

केला:

जब कभी आपको एसिडिटी हो आप केला खाएं क्‍योंकि केले में हाई फाइबर होने की वजह से यह आंत और पेट के स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है। यह पाचन प्रक्रिया को बढ़ाता है और पेट में बलगम के उत्पादन को बढ़ाते हैं, जो एक्‍सट्रा एसिड गठन को रोकता है। यही नहीं केला खाने से आपको एसिडिटी से राहत पाने में भी मदद मिलती है। 



छाछ:

आपने अपने बुजुर्गों को छाछ के फायदे गिनवाते सुना होगा। सचमुच छाछ आपके शरीर के लिए बेहद फायदेमंद है। यह गर्मियों में शरीर को हाइड्रेट रखने से लेकर लू या हीट स्‍ट्रोक और एसिडिटी से बचाने में मददगार है। छाछ में लैक्टिक एसिड होता है जो पेट में अम्लता को बेअसर करता है। लैक्टिक एसिड आपके पेट या सीने की जलन को कम करने और एसिडिटी में राहत दिलाने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें प्रोबायोटिक गुण हैं, जिसकी वजह से यह पाचन को सुचारू रखने में भी मदद करता है। इसलिए आप एसिडिटी से बचने के लिए एक गिलास ठंडी छाछ पिएं।  

सौंफ:

सौंफ़ के बीज में एनेथोल नामक एक यौगिक होता है, जो पेट के लिए अचछा होता है। यह ब्‍लोटिंग और पेट की ऐंठन को दूर करता है। क्‍योंकि सौंफ में एंटी-अल्सर गुण भी होते हैं इसलिए यह पेट की समस्‍याओं जैसे कब्ज और एसिडिटी से भी राहत दिलाने में मदद करता है। सौंफ अपच, एसिडिटी और एसिड रिफ्लक्स से निपटने के लिए एक प्रभावी प्राकृतिक उपचार के रूप में काम करती है। 

तुलसी और पुदीने की पत्तियां:

आप एसिडिटी की समस्‍या से निपटने के लिए घर में लगाई तुलसी या फिर पुदीने के पत्‍तों का उपयोग भी कर सकते हैं। यह आपके पेट को अधिक बलगम उत्पन्न करने के लिए उत्तेजित करता है, जो बदले में एसिडिटी के कारण होने वाली सीने में जलन और मतली से राहत देने में मदद करता है। आप एसिडिटी के लिए 2-3 तुलसी के पत्तों को चबाएं। इसके अलावा, पुदीना भी जलन औद दर्द को कम करने और पाचन में सहायक है। इसलिए आप पुदीने की कुछ पत्तियों को उबालकर या फिर पानी में काटकर डालें और फिर उसे पी लें।

अनानास का जूस :

एसिडिटी और हार्ट बर्न से राहत के लिए अनानास का रस भी एक प्राकृतिक उपचार है। अगर आपको तला-भुना या मसालेदार खाने एसिडिटी या पेट मे जलन हो रही है, तो एक गिलास अनानास का जूस पिएं। अनानास का जूस हाई बीपी और हार्टबर्न को कम करने और एसिडिटी से निपटने का अच्‍छा तरीका है। अनानास में ब्रोमेलैन होता है, जो एक एंजाइम है। यह आपके पेट में हाइड्रोक्लोरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है और गंभीर एसिड रिफ्लक्स को रोकने का काम करता है। 
इसके अलावा आप एसिडिटी से रा‍हत पाने के लिए लौंग, लहसुन या फिर अदरक का भी इस्‍तेमाल कर सकते हैं। यह सभी आपके पाचन को बढ़ावा देने और एसिडिटी को दूर करने के साथ और भी कई फायदों से भरपूर हैं।


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